ईरान में हुए विश्वकप जूनियर कबड्डी प्रतियोगिता में भारत ने फाइनल जीतकर नाम कमाया है. इसमें टीम के मुख्य खिलाड़ी बोकारो के सागर कुमार शामिल रहे थे. जो विजेता बनने के बाद पहली बार बोकारो पहुंचे थे. सागर कुमार का बोकारो जिला कबड्डी संघ और स्थानीय खिलाड़ियों ने बोकारो रेलवे स्टेशन पर जोरदार स्वागत किया था.
बोकारो में सागर कुमार का स्वागत समारोह
इस दौरान खिलाड़ी हाथ में तिरंगा झंडा लिए भारत माता की जय के नारे लगाते नजर आए थे. बोकारो में गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ी सागर कुमार को बोकारो जिला कबड्डी संघ की तरह से पचास हजार रुपए की नकद राशि प्रोत्साहन के रूप में दी गई. प्रोत्साहन राशि संघ के सचिव गोपाल ठाकुर द्वारा दी गई थी. राज्य सरकार और जिला प्रशासन को गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ी के आने की सूचना दी गई थी. लेकिन इसके बाद भी ना राज्य सरकार की ओर से ना जिला प्रशासन की ओर से कोई उन्हें लेने रेलवे स्टेशन पर आया था.
बोकारो जिला कबड्डी संघ के सचिव गोपाल ठाकुर ने इस पर काफी गुस्सा जाहिर किया है. उन्होंने इसके लिए काफी निंदा भी की है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस पर संज्ञान लेते हुए खिलाड़ी को प्रोत्साहित करने के लिए खेल नीति का लाभ देना चाहिए. सागर कुमार ने वर्ल्ड कप कबड्डी के दौरान पाकिस्तान से हुए मैच को लेकर कहा कि पाकिस्तान से मैच खेलने के दौरान वह काफी रोमांचित था. पाकिस्तान को धूल चटाने के लिए उसने पहले ही सोच रखी थी.
सागर कुमार ने राज्य सरकार से इंडोर स्टेडियम निर्माण की मांग की है, ताकि खिलाड़ी अधिक से अधिक अभ्यास कर देश का नाम रोशन कर सकें. सागर बोकारो के सेक्टर 8 में रहकर कबड्डी खेलना शुरू किया और उसने आज विश्व स्तर पर अपना और अपना परिवार का नाम रोशन किया है. सागर कुमार गुजरात में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कैंप में रहकर तैयारी कर है और प्रो कबड्डी में पटना पायलट में भी चयनित हो चुका है. बिहार की तरफ से खेलते हुए में उसका चयन वर्ल्ड कप जूनियर कबड्डी में हुआ था.