हरियाणा के पानीपत जिले में बुड़शाम गांव है जिसे कबड्डी का गांव कहा जाता है. यहां के कई खिलाड़ी राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर कबड्डी खेल चुके हैं. इसके साथ ही वह गांव और राज्य का नाम देशभर में प्रसारित कर रहे हैं. यहां से हर साल 10 से 15 खिलाड़ी राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खेलने जाते हैं. इसके साथ ही यहां के कई खिलाड़ी एशियन गेम्स में भी गए हैं और स्वर्ण पदक जीतकर लाए हैं.
बुड़शाम गांव में कबड्डी का है अनोखा जज्बा
इसके साथ ही इन जिलों के खिलाड़ियों ने प्रो कबड्डी लीग में भी भाग लिया है. गांव में 250 से ज्यादा खिलाड़ी कबड्डी की प्रैक्टिस करते हैं. हर रोज गांव के आसपास रहने वाले बच्चें और खिलाड़ी काफी जोश के साथ खेलते हैं. सुताना गांव एम् कबड्डी के सीनियर खिलाड़ी प्रवीन कबड्डी का हर रोज अभ्यास करते हैं. इस दौरान प्रवीन ने कहा कि यह गांव के लिए काफी खुशी की बात है कि उन्होंने गांव का नाम रोशन किया है.
प्रो कबड्डी लीग में नौ खिलाड़ी कौशल दिखा चुके हैं. बुड़शाम से छह खिलाड़ियों ने तो सुताना से तीन खिलाड़ियों ने भाग लिया था. सभी खिलाड़ी किसान परिवार से सम्बन्ध रखते हैं. प्रो कबड्डी लीग में भी इस गांव के सात खिलाड़ी अलग-अलग टीमों से खेलने वाले है. रोहित गुलिया, मोनू बिनवाल, साहिल गुलिया, सुशील गुलिया, सोमबीर गुलिया, प्रशांत गुलिया ऐसे खिलाड़ी हैं जो प्रो कबड्डी मैच में इस बार अपना जलवा बिखेरेंगे.
यह सभी इसी गांव से सम्बन्ध रखते है. इससे पहले प्रो कबड्डी मैच के सेशन में भी 12 खिलाड़ी अपना दमखम दिखा चुके है. उनको देखने के बाद गांव में कबड्डी का प्रचलन शुरू हो गया और अब गांव का हर युवा कबड्डी में अपना प्रदर्शन दिखता है. यहां के 80 से 100 युवा खेल की बदौलत सेना में भी भर्ती हो चुके हैं और कुछ एयरफोर्स में भी अपनी सेवाएं दे रहे है.