Kabaddi Player Kavita Thakur: अगर आप कबड्डी के प्रशंसक हैं, तो आप जानते हैं कि कविता ठाकुर एक ऐसा नाम है जो महिला कबड्डी की दुनिया में सबसे अलग है। वह एक ताकत हैं और उनकी सफलता की यात्रा कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प की शक्ति का सच्चा प्रमाण है।
कविता ठाकुर परिचय
कविता ठाकुर का जन्म 18 मार्च 1990 को हरियाणा के एक छोटे से गांव में हुआ था। छोटी उम्र से ही कविता को खेलों का शौक था और वह हमेशा नई चीजों को आजमाने के लिए उत्सुक रहती थीं।
हालांकि, उसका परिवार उसके सपनों का बहुत समर्थन नहीं करता था और वे चाहते थे कि वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करे।
चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, कविता ने एक पेशेवर एथलीट बनने के अपने सपने को कभी नहीं छोड़ा। जब वह सिर्फ 13 साल की थीं, तब उन्होंने कबड्डी खेलना शुरू किया और जल्द ही उन्हें इस खेल से प्यार हो गया। उसने अथक अभ्यास किया, अपने कौशल को निखारा और अपनी तकनीक में सुधार किया।
Kabaddi Player Kavita Thakur का उदय
कविता की कड़ी मेहनत और समर्पण तब रंग लाया जब उन्हें राष्ट्रीय कबड्डी चैम्पियनशिप में अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया। उन्होंने बहुत अच्छा खेला और उनकी टीम टूर्नामेंट की चैंपियन बनकर उभरी।

इस जीत ने कविता के लिए कई दरवाजे खोल दिए और जल्द ही वह प्रो कबड्डी लीग (PKL) में हरियाणा टीम के लिए खेलने लगीं। उनकी गति, चपलता और त्वरित सोच ने उन्हें टीम के लिए एक मूल्यवान संपत्ति बना दिया और वह जल्द ही प्रशंसकों की पसंदीदा बन गईं।
कविता की प्रतिभा पर किसी का ध्यान नहीं गया और उन्हें जल्द ही भारतीय महिला कबड्डी टीम में जगह देने की पेशकश की गई। उन्होंने अथक प्रशिक्षण लिया और अपने देश को गौरवान्वित करने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ खुद को अपनी सीमा तक धकेला।
Kabaddi Player Kavita Thakur की चुनौतियां
अपनी सफलता के बावजूद, कविता को रास्ते में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। पुरुष-प्रधान खेल में एक महिला होने के नाते, उन्हें टीम में अपनी जगह पाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा।
उन्हें अपने पुरुष समकक्षों से भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, जो यह नहीं मानते थे कि कबड्डी में महिलाओं का कोई स्थान है।
हालांकि, कविता ने डरने से इनकार कर दिया। उन्होंने खुद को और अधिक आगे बढ़ाने के लिए नकारात्मकता को ईंधन के रूप में इस्तेमाल किया और एक कबड्डी खिलाड़ी के रूप में अपनी योग्यता साबित करने के लिए उन्होंने अथक प्रयास किया।
Kabaddi Player Kavita Thakur की उपलब्धियां

कविता की मेहनत और लगन कई मायनों में रंग लाई है। उन्होंने अपने पूरे करियर में कई पुरस्कार और सम्मान जीते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- 2017 में अर्जुन पुरस्कार
- 2017 एशिया कबड्डी चैम्पियनशिप में सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर का पुरस्कार
- 2019 प्रो कबड्डी लीग में MVP का पुरस्कार
कविता की उपलब्धियों ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत सफलता दिलाई है, बल्कि उन्होंने युवा लड़कियों की एक पीढ़ी को अपने सपनों को आगे बढ़ाने और कभी हार न मानने के लिए प्रेरित किया है।
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