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उत्तरप्रदेश के लखीमपुर में कबड्डी की अच्छी सुविधा खिलाड़ियों को नहीं मिल पा रही है. सीमित संसाधनों में और अवसरों में के बाद भी किस प्रकार इन्होने खेलों का प्रदर्शन किया है.इसका एक उदाहरण लखीमपुर सीमित संसाधनों और अवसरों के बावजूद किस प्रकार सफलता हासिल होती है.
स्टेट चैंपियन बन लखीमपुर का बढ़ाया मान
इस टीम के खिलाड़ी खुशबू को कप्तान बनाया गया है. वहीं सीता, मनोरमा, शिवानी, सुमन, करीना, रितु, प्रीती, क्रीती, करीना और सोनी को टीम से जोड़ा गया था. न्याय पंचायत स्तर पर पहले स्थान प्राप्त करके टीम को ब्लाक स्तर, जिला स्तर और मंडल स्तर पर जीत दिलाई है. लखनऊ में हुई 33वीं राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में फाइनल में वाराणसी को हराया था. इसके साथ ही उन्होंने स्टेट चैंपियनशिप जीती थी.
कप्तान खुशबू ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की थी. वहीं रितु ने भी रेट डालने का बेहतर प्रदर्शन किया था. डिफेन्स में सीता, शिवानी, मनोरमा आदि को सम्मानित भी किया गया था. इसके साथ ही सभी ने इन खिलाड़ियों कि सराहना की थी. वहीं खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का प्रोत्साहन दिया था. इसके साथ ही बालिकाओं ने शानदार प्रदर्शन किया था.
अधिकारीयों ने कहा कि, ‘भविष्य में यदि इन बालिकाओं को सही मार्गदर्शन मिले तो यह बालिकाएं देश का प्रतिनिधित्व कर सकती है. खिलाड़ियों को आगे बढाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे है. इसके साथ ही खिलाड़ियों ने भी शानदार खेल का प्रदर्शन किया था. वहीं खिलाड़ियों को आगे बढ़ते देख काफी ख़ुशी होती है. महिला खिलाड़ियों ने कबड्डी में अच्छा प्रयास किया है जिसका फल यह है कि वह काफी आगे बढ़ चुकी है..’
लखीमपुर में कबड्डी की अच्छी सुविधा नहीं मिल पाती है लेकिन फिर भी खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है. उन्हें ना तो कोच मिल पाटा है ना ग्राउंड मिल पाता है जहां वह खेल सके. इसके साथ ही उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल पाती है.