यह समय आधुनिक काल का है और टेक्नोलॉजी हमारी जिन्दगी में अहम हिस्सा बन गई ही. हम अपनी जिन्दगी फोन के बिना सोच भी नहीं सकते हैं. आज कल के बच्चे शारीरिक विकास को छोड़कर फोन के विकास में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. कबड्डी जसे महत्वपूर्ण खेलों को छोड़ कर वह इसमें हिस्सा ले रहे हैं. बच्चे मैदानों में ना जाकर सिर्फ घर में बैठकर ही मोबाइल पर खेल खेलते हैं. वहीं कुछ मीडिया वालों ने नोएडा के बच्चों से बातचीत की थी.
नोएडा के बच्चों ने कर दिखाया सपना पूरा
बातचीत में बच्चों ने बताया कि वह रोज सुबह उठकर घर से 10 किलोमीटर जाते है. और एक बंजर पार्क में पहले कबड्डी का कोर्ट बनाते हैं. फिर उसके बाद उसमें जमकर तैयारी करते हैं. इन बच्चों में से एक बच्चे अनुज ने बताया कि पार्क में पानी की सुविधा नहीं है. इसकी वजह से टी के बच्चे अपने साथ 10 लीटर की कैन भी साथ लेकर चलते हैं.
बता दी अनंत, वरुण, हर्षित और बाकी सभी कबड्डी कोर्ट बनाने के लिए अपने साथ पानी और अन्य चीजें भी लेकर चलते हैं. वे लोग यही दिनचर्या साथ चलती हैं. साथ ही बता दें ये खिलाड़ी नौवीं और बाहरवी के बच्चे हैं. नोएडा के इन बच्चों ने नागपुर, पुणे, राजस्थान, जयपुर, अयोध्या, पटना, उत्तराखंड और कानपुर सहित कई अन्य जगहों पर जाकर जीत का परचम लहराया है.
बता दें यहाँ के खिलाड़ी शानदार खेल का प्रदर्शन कर रहे हैं. और अपने प्रदर्शन से और मेहनत से सबका दिल जीत रहे हैं. जहां पर खेलते वक्त इस बच्चों को कई तरह की गम्भीर चोटें भी आई है. पर ये बच्चें कभी पीछे नहीं हटते और कबड्डी को ही अपना भविष्य बना लिया है. खेल से ये बच्चें शानदार भविष्य सुधार रहे हैं. और खेल को लेकर काफी सजग भी हैं. खेल से ये बच्चे अपना भविष्य बना रहे हैं इसके साथ ही आगे चलकर क्षेत्र, देश और राज्य का नाम रोशन करना चाहते हैं.