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हिमाचल के ऊना में युवा सेवा और खेल विभाग में काफी समय से कबड्डी समेत अन्य खेलों के कोचों का पद खाली चल रहे हैं. ऐसे में खिलाड़ियों का भविष्य नहीं सुधरने वाला है. सभी जानते हैं कि हिमाचल के ऊना से से कई इंटरनेशनल प्लेयर निकले हैं जिन्होंने देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी बढ़ाया है. लेकिन इसके बाद भी ऊना जिले में खेल प्रशिक्षकों की जगह खाली चल रही है.
20 सालों से नहीं ऊना में कबड्डी के कोच
कबड्डी कोच की पोस्ट यहाँ पर लगभग 20 सालों से नहीं भरी गई. इसके साथ ही यहाँ पर अन्य खेलों के कोचों का पद भी रिक्त चल रहा है. खेल अधिकारियों को इसे लेकर लिखित रूप में भी अवगत कराया गया लेकिन उन्होंने अभी तक इसकी कोई सुध नहीं ली है. इन महत्वपूर्ण खेलों के पदों को भरने को लेकर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिला ऊना कबड्डी खेल का मुख्य गढ़ माना जाता है. ऊना जिले से ही इंटरनेशनल प्लेयर विशाल भारद्वाज, सुरेंद्र कुमार, विनीत इत्यादि प्लेयर निकले हैं जिन्होंने देश का नाम बढ़ाया है.
हाल ही में हुई एशियन कंट्री चैंपियनशिप में भी भारतीय टीम के खिलाड़ी विशाल भारद्वाज ने हिस्सा लिया जो कि इसी जिले के निवासी हैं. लेकिन फिर भी कबड्डी के क्षेत्र में यह जिला पिछड़ा हुआ है. देहला गांव के रहने वाले कबड्डी खिलाड़ी विशाल भारद्वाज हाल ही में जब उनके गांव पहुंचे थे तब भी उन्होंने इस बात का जिक्र किया था कि क्षेत्र में कबड्डी खिलाड़ियों की स्थिति में सुधार किया जाना चाहिए. उन्हें संसाधन दिए जाने चाहिए जिसके चलते जिले में कबड्डी की स्थिति को सुधारा जा सके.
बता दें ऊना के इंदिरा मैदान में काफी हालत खराब हो गई है. इसकी सुध लेना वाला कोई नहीं है. खिलाड़ियों की दशा सुधारने के लिए यहाँ पर कोच की चलती से चलती व्यवस्था की जानी चाहिए जिससे उन्हें कबड्डी की बारीकियों को सीखने का मौका मिल सके.