प्रो कबड्डी लीग का सीजन नौ खत्म हो चूका है. और अब सीजन दस की तैयारी भी शुरू हो चुकी है. पिछले सीजन में 12 टीमों ने भाग लिया था. जिसमें 11 टीमें ऐसी है जिन्होंने कम से कम दो बार सेमीफाइनल या प्लेऑफ में जगह बनाई थी. और इनमें से तमिल टीम ऐसी ही जो अभी तक एक बार भी टॉप 6 में जगह नहीं बना पाई थी. लेकिन अब दसवें सीजन में वहीं इस बार तमिल के पास भी टॉप 6 में जाने का मौका है. तो जानते है उन टीमों के बारे में जिन्होंने पांच या उससे ज्यादा बार प्लेऑफ़ या सेमीफाइनल में जगह बनाई है. बताता हैं वे टीमें जो हर बार प्ले ऑफ में जगह बना चुकी है.
वे टीमें जिन्होंने PKL में प्लेऑफ में जगह बनाई
बात करें पटना टीम कि तो यह प्रो कबड्डी लीग इतिहास की सबसे बेहतरीन टीमों में से एक है. नौ सीजन में इस टीम ने 6 बार प्ले ऑफ या सेमीफाइनल में जगह बनाई है. प्रो कबड्डी लीग के पहले पांच सीजन में पटना टीम ने लगातार पांच बार प्लेऑफ में जगह बनाई है. जिसमें से तीसरे, चौथे और पांचवें सीजन में उन्होंने यह खिताब जीता था.
बेंगलुरु बुल्स टीम का प्रो कबड्डी लीग में प्रदर्शन
प्रो कबड्डी लीग में सबसे शानदार टीम माने जाने वाली बेंगलुरु बुल्स ने भी नौ सीजन में से 6 सीजन में प्लेऑफ या सेमीफाइनल में जगह बनाई है. पहले दो सीजन में बेंगलुरु चौथे और दूसरे स्थान पर रही थी. इसके बाद वह छठे सीजन में वह चैंपियन भी बनी थी. वहीं सातवें सीजन में वह सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रही थी. इस सीजन में बेंगलुरु टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है और प्लेऑफ में प्रवेश कर चुकी है.
बात करें प्रो कबड्डी लीग के पहले सीजन की तो वह बेंगलुरु बुल्स चौथे स्थान पर रही थी. अंक तालिका में तीसरे स्थान पर रहने के बाद बुल्स को सेमीफाइनल में मुंबई टीम ने हरा दिया था. वहीं तीसरे स्थान के मुकाबले में उन्हें पटना टीम ने उन्हें हराया था. सीजन दो कि बात करें तो बेंगलुरु बुल्स टीम अंक तालिका में तीसरे स्थान पर रही थी. सेमी फाइनल में उन्होंने तेलुगु टीम को हराया था. प्रो कबड्डी लीग के सीजन छह में बेंगलुरु बुल्स की किस्मत खुली थी. और पहली बार चैंपियन बनी थी. जोन बी में पहले स्थान पर रहने के बाद बुल्स ने फाइनल में गुजरात टीम को हराया था.
वहीं सीजन 7 कि बात करें तो बेंगलुरु बुल्स की टीम अंक तालिका में छठे स्थान पर रही थी उसके बाद सेमीफाइनल में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. सीजन आठ कि बात करें तो बेंगलुरु बुल्स की टीम अंक तालिका में पांचवें स्थान पर रही और दबंग दिल्ली ने उन्हें सेमीफाइनल में हराया था.
यूपी योद्धाज का प्रो कबड्डी लीग में प्रदर्शन
बात करें टीम यूपी योद्धाज कि तो वह पांचवें सीजन में इस लीग से जुड़ी थी. और इस टीम ने लगातार पांच सीजन में प्लेऑफ में प्रवेश किय्या है. हालांकि यह टीम एक बार भी फाइनल में जगह बनाने में सफल नहीं रही है. वहीं प्रो कबड्डी लीग के पांचवें और छठे सीजन में यह टीम तीसरे स्थान पर रही थी. और प्लेऑफ में प्रवेश किया था.
प्रो कबड्डी लीग के अभी तक के सभी सीजन में तीन टीमों ने पांच या उससे ज्यादा बार प्लेऑफ में जगह बनाई है. इसके अलावा तीन टीमों ने चार-चार और दो टीमों ने तीन-तीन बार प्ले ऑफ या सेमीफाइनल में जगह बनाई है. प्रो कबड्डी लीग 12 में से 11 टीमों ने कम से कम दो बार तो सेमीफाइनल या प्लेऑफ में जगह बनाई ही है जबकि तमिल ही ऐसी टीम है जो अब तक टॉप छह में भी जगह नहीं बना पाई है.
तीन टीमों ने सबसे कम बार रखा प्लेऑफ में कदम
प्रो कबड्डी लीग के पहले सीजन की विजेता जयपुर पिंक पैंथर्स आठ सीजन में से सिर्फ दो बार ही सेमीफाइनल में पहुंच पाई है. पहले सीजन के अलावा जयपुर टीम ने चौथे सीजन में अपनी सेमीफाइनल की जगह को पक्का किया था. आठवें सीजन में तो जयपुर टीम प्लेऑफ से भी चूक गए थे. प्रो कबड्डी लीग के आठवें सीजन में आखिरी स्थान पर रहने वाली तेलुगु की टीम सिर्फ दो बार सेमीफाइनल में जगह बनाई है. दूसरे सीजन में टीम ने तीसरा तो चौथे सीजन में चौथा स्थान प्राप्त किया था. बाकी सीजन में टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था.
तेलुगु टीम ने एक बार भी टाइटल अपने नाम नहीं किया है. प्रो कबड्डी लीग के पांचवें सीजन में डेब्यू करने वाली तमिल की टीम एक बार भी प्लेऑफ में नहीं पहुंची है. पांचवें और छठे सीजन में यह टीम आखिरी स्थान पर रही थी. सीजन सात में भी यह आखिरी स्थान पर रही थे. साथ ही पिछले सीजन की बात करें तो आठवें सीजन में भी इसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा था.
तमिल टीम का रिकॉर्ड रहा सबसे खराब
अब इस सीजन में टीम से आशा है कि कुछ बेहतरीन प्रदर्शन कर अपने लीग इतिहास का सबसे अच्छा सीजन बनाने में कामयाब रहेगी. क्योंकि इस बार उनकी टीम में पवन सेहरावत जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल हैं और उन्हीं पर सबकी निगाहें टिकी है. पिछले बार वह सबसे महंगे खिलाड़ी के तौर पर भी बिके थे.
पहला मौका था जब तेलुगु की टीम प्रो कबड्डी लीग में आखिरी स्थान पर रही थी. इसके अलावा तमिल टीम ही सबसे ज्यादा तीन बार अंतिम पायदान पर रही है. वहीं पुनेरी पलटन और दबंग दिल्ली की टीम दो-दो बार जबकि हरियाणा और बंगाल की टीम एक-एक बार अंतिम स्थान पर रही थी. साथ ही आपको बताते चलें कि प्रो कबड्डी लीग के पांचवें और छठे सीजन में जोन सिस्टम था. हर जोन में 6-6 टीमें होती थी.
अंतिम स्थान पर रहने वाली टीमें
दूसरी ओर प्रो कबड्डी लीग के चौथे सीजन में बंगाल की टीम ने 14 मैचों में से सिर्फ तीन मैचों में ही जीत दर्ज की थी. जिसके चलते उन्हें अंतिम स्थान मिला था. वहीं प्रो कबड्डी लीग के पांचवें सीजन में हरियाणा टीम को अंतिम स्थान से संतोष करना पड़ा था. हरियाणा टीम ने 22 मैचों में से सिर्फ छह में जीत दर्ज की थी. प्रो कबड्डी लीग के सीजन सात में तमिल की टीम सबसे अंतिम स्थान पर रही थी उन्हें इस सीजन में 15 हार का सामना करना पड़ा था.