राजस्थान की सरकार एक तरफ खेलों और खिलाड़ियों के विकास के लिए बड़े-बड़े दावें कर रही है. वहीं दूसरी ओर खिलाड़ियों को सुविधा के नाम पर सिर्फ आश्वासन मिल रहा है. बात है राजस्थान के जिले झुंझुनू कि जहां पर खेल सुविधा बढ़ाने के लिए जिला स्टेडियम में कोई घोषणा नहीं की गई है. यहाँ तक कि जिला खेल प्रशासन की ओर से खेल स्टेडियम में विकास के लिए पांच करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा गया था. लेकिन रज्य के नए बजट में जिले को खेल से सम्बन्धित एक भी प्रस्ताव पास नहीं हो पाया है. ऐसे में खिलाड़ियों को आने वाले समय में काफी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
झुंझुनू में खेल स्टेडियम की बदहाल स्थिति
झुंझुनू के स्वर्ण जयंती स्टेडियम में चलने वाली राजस्थान क्रीड़ा परिषद में कबड्डी के हॉल की काफी जरूरत है. इसके बिना खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. पांच प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे गए थे. इनमें से एक भी प्रस्ताव को नए बजट में नहीं शामिल किया गया है. इतना ही नहीं यहाँ पर महिला खिलाड़ियों के लिए चेंजिंग रूम नहीं है. इससे उन्हें परेशानियाँ होती है.
यहां के जिला खेल अधिकारी राजेश ओला से इस बारे में बात की गई थी. उन्होंने कहा कि, ‘स्टेडियम के लिए लगभग पांच करोड़ के पांच प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवा चुके हैं. लेकिन उसको लेकर अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है.’ बता दें स्वर्ण जयंती स्टेडियम में कबड्डी की प्रैक्टिस के लिए लम्बे समय से हॉल नहीं मिल रहा है. जबकि सरकार की ओर से खेलों की तैयार के लिए अस्थाई कोच लगाए हुए हैं. कबड्डी के 30 खिलाड़ी रोज प्रैक्टिस के लिए आते हैं. खिलाड़ी स्टेडियम के ट्रैक पर प्रैक्टिस करने पर मजबूर है.
स्टेडियम में छात्रावास का भी निर्माण किया गया था. लेकिन प्रशिक्षु खिलाड़ियों के लिए बिना छात्रावास अधुरा पड़ा हुआ है. दो करोड़ की लागत से बना एकेडमी हॉस्टल छह साल से अधूरा है.