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विरोधी टीम की कमजोरी को जानना ही जीत का मन्त्र : कप्तान पवन

विरोधी टीम की कमजोरी को जानना ही जीत का मन्त्र : कप्तान पवन

Image Source : Google

भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान और युवा खिलाड़ी की पवन एशियन कबड्डी चैंपियनशिप जीतने के बाद काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं. भारत पहुंचने के बाद उन्होंने मीडिया से रूबरू कर अपनी जीत के बारे में जानकारी दी थी. वहीं इसके साथ उन्होंने अपनी कप्तानी को लेकर भी खुलासा किया था. कप्तान पवन ने बताया कि उन्होंने किस तरीके से अपनी कप्तानी में बदलाव लाकर टीम की जीत में सहयोग दिया है.

कप्तान पवन ने बताई अपनी कप्तानी की रणनीति

उन्होंने बताया कि, ‘वह हमेशा आक्रामक दृष्टिकोण के साथ मैदान में उतरते हैं और उसी के साथ टीम को नेतृत्व ही करते हैं. साथ ही विरोधी टीम की कमजोरी का फायदा उठाना उनकी कोशिश में रहता है.’ कप्तान ने कहा कि, ‘मैं देख रहा था कि मैं टीम के खिलाड़ियों और रीडर्स से किसी तालमेल बैठा रहा हूं. कप्तान के रूप में हमेशा जीत हासिल करने के लिए विरोधी टीम के खिलाड़ियों पर नजर रखना जरूरी होता है. उनकी कमजोरी को पकड़ना काफी जरूरी होता है जिससे कि अपनी टीम को जिताने में कामयाबी मिलती है. वहीं हमारे युवा खिलाड़ियों ने हर मैच में शानदार प्रदर्शन कर टीम को एक के बाद एक जीत निश्चित दिलाई है.’

वहीं उन्होंने आगे बताया कि, ‘हमने हर टीम के लिए प्लान तैयार किया था. जिसके चलते हमें काफी आसानी रहे और हम मैच जीते गए.’ पवन के बारे में बता दें कि उनका प्रो कबड्डी लीग के सीजन 10 में खेलने को तत्पर है. क्योंकि पिछले सीजन में चोट के कारण व पूरा सीजन नहीं खेल पाए थे. उन्होंने अपनी चोट को लेकर कहा कि, ‘मेरा उद्देश चोट से उभरकर और अधिक मजबूत होना था. इसके साथ ही मैदान में उतरते समय अपने प्रदर्शन पर पूरा जोर लगाना ही मेरा उद्देश्य था.

पवन ने बताया कि, ‘इसके लिए मेरे कोच ने मेरे प्रशिक्षक ने काफी मेरी सहायता की है. जिससे मैं जल्दी ठीक हो पाया हूं और मैदान में लौट चुका हूं.’ बता दें कप्तान पवन ने ईरान के खिलाफ खेले गए फाइनल मुकाबले में सुपर 10 रेड भी लगाई थी और अपनी अच्छे प्रदर्शन की बदौलत उन्होंने इस मैच में जीत हासिल की थी.

Yash Sharma
Yash Sharmahttps://prokabaddilivescore.com/
मुझे 12 साल की उम्र से ही इस खेल में दिलचस्पी है। मैं प्रो कबड्डी का फैन हूं।

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